,बेवफा शायरी, नयी शायरी, इश्क़ शायरी, मोहब्बत शायरी,
,इश्क़ शायरी, उसकी यादों का झोंका मुझे अचानक खामोश कर देता है, जैंसे कोई तूफान गुजरा हो अभी अभी! ,बेवफा शायरी, नहीं है मुझे जिंदगी में मतलबी लोगों की भीड़ पसंद, इतना कहने से ही मुझे अपना समझने वाले भी दूर हो गये! ,बेवफा शायरी, कभी भीड़ हुआ करती थी बातों से मेरी, आज हकीकत बयां करना भी मेरी गुस्ताखी बताते हैं लोग! ,इश्क़ शायरी, ये इश्क़ मोहब्बत का खेल भी अजीब है जनाब एक बार आउट होने पर जिंदगी में बापसी ही नहीं होती यार! ,बेवफा शायरी, तेरे साथ हंसी के दो चार पल क्या गुजारें, उन्हें भूलने में लगेंगे बेवफा हमें जमाने! ,इश्क़ शायरी, तुझसे एकतरफा मोहब्बत ही दिल की बेबसी है मेरी, तुझसे इश्क़ करना बचपन से आदत हैं मेरी ,उदास शायरी, हकीकत में जी लो तुम अपनी जिंदगी, ख्याबों का क्या हैं यूँ ही टूटते रहते हैं उम्र भर ,नयी इश्क़ शायरी मुझसे मेरी हर एक सुबह पूछती यही सबाल , आज कुछ नया करने का है या बस पुरान...