नयी शायरी,बेवफा शायरी, इश्क़ शायरी,मोहब्बत शायरी,
,,इश्क़ शायरी,, 31.तेरी आदत मुझे अब सुबह शाम सी हो गयी तुझे पाने की चाहत में तकदीर से लडाई सी हो गयी! . ,,बेवफा शायरी,, 32. बदलता जा रहा है उनके बोलने का लहजा, लगता हमसफ़र मेरा बेवफा निकलेगा! ,,बेवफा शायरी,, 33. पसंद नहीं आया उसे यू मेरे मिलने का अंदाज, महंगे तोहफें देना मेरे बस की बात नहीं ! ,, उदास शायरी,, 34. तुमने यूं रूठकर कह दिया मत करना अब बात, रोकेंगे कैसे हम आंसू सारी रात ! 35. बेवफाओं से तू न इतनी वफ़ा कर , गुज़रे हुए लम्हें दर्द देगें उन्हें याद न कर! 36. टूट जातें हैं सपने मेरे ख्वाबों में ही, हर दिन मरता हूँ मैं अपने सपनों में ही! 37. बे परवाह इस दुनिया में अपनों की क्या पहचान हैं, ...